शंघाई सहयोग संगठन फेस्टिवल की शुरुआत शुक्रवार को तमिल फिल्म ‘अप्पथा’ के वर्ल्ड प्रीमियर के साथ होगी। इस फिल्म का निर्देशन पद्म पुरस्कार विजेता और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्मकार प्रियदर्शन ने किया है, जबकि जियो स्टूडियोज और वाइड एंगल क्रिएशन इसके सह-निर्माता हैं।

इस फिल्म में राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेत्री उर्वशी मुख्य भूमिका में हैं और यह उनकी 700वीं फिल्म और भारतीय फिल्म उद्योग में उनके अभिनय के 51 साल पूरे होने के रूप में जानी जाएगी। वर्ष 1993 में फिल्म मिधुनम के बाद निर्देशक प्रियदर्शन ने 28 साल बाद अनुभवी अभिनेत्री उर्वशी के साथ फिर से काम किया है।

अप्पथा को महोत्सव का उद्घाटन फिल्म बनाए जाने के बारे में, केन्द्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “वर्ष 2022-23 की अवधि के दौरान भारत द्वारा एससीओ की अध्यक्षता को रेखांकित करने के लिए एससीओ फिल्म महोत्सव की मेजबानी करने पर हमें बेहद गर्व है। इस महोत्सव के आयोजन के पीछे भारत का उद्देश्य एससीओ क्षेत्र की फिल्मों की विविधता और फिल्म निर्माण की विभिन्न शैलियों का प्रदर्शन करना है। हमारा उद्देश्य सिनेमाई साझेदारी बनाना, कार्यक्रमों का आदान-प्रदान करना, फिल्म निर्माण के क्षेत्र में युवा प्रतिभाओं को प्रोसाहित करना और इस अनूठे क्षेत्र की संस्कृतियों के बीच एक सेतु के रूप में कार्य करना है। प्रियदर्शन की फिल्म अप्पथा के वर्ल्ड प्रीमियर के साथ इस महोत्सव की शुरुआत करते हुए हमें खुशी हो रही है। यह हमारे पालतू जानवरों के साथ हमारे प्यार और बंधन की एक मार्मिक कहानी है। यह एससीओ फिल्म महोत्सव 27 जनवरी से शुरू होकर अगले पांच दिनों तक विविध जीवंत संस्कृतियों, कलात्मक अनुभूतियों के प्रदर्शन और विशुद्ध सिनेमाई उत्कृष्टता के आदान-प्रदान का एक केन्द्र बनने के लिए तैयार है।”

महोत्सव का उद्घाटन फिल्म बनने पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए, अप्पथा के निर्देशक प्रियदर्शन ने कहा, “इस प्रतिष्ठित अवसर पर अप्पथा को उद्घाटन फिल्म के रूप में चुने जाने पर हम सम्मानित महसूस कर रहे हैं। इस सरल और प्यारी कहानी को मेरे सामने लाने के लिए मैं अपने निर्माताओं जियो स्टूडियोज और वाइड एंगल क्रिएशन्स को धन्यवाद देना चाहता हूं। इस फिल्म में सहयोग देना खुशी की बात है और उर्वशी जैसी असाधारण प्रतिभा के साथ उनकी 700वीं फिल्म में काम करना अदभुत है। अप्पथा मेरे पहले की किसी भी कोशिश से अलग है और मैं इस पर दर्शकों की प्रतिक्रिया देखने के लिए उत्सुक हूं।”

एससीओ फिल्म महोत्सव की फिल्मों का प्रदर्शन और संबंधित सत्र मुंबई में दो स्थानों पर – पेडर रोड स्थित फिल्म डिवीजन परिसर के चार ऑडिटोरियम और वर्ली में नेहरू प्लैनेटेरियम बिल्डिंग में स्थित एनएफडीसी के एक थिएटर में होंगे। एससीओ फिल्म महोत्सव में एससीओ देशों की कुल 57 फिल्में प्रदर्शित की जायेंगी। प्रतियोगिता खंड में, 14 फीचर फिल्में प्रतिस्पर्धा कर रही हैं और उन्हें प्रदर्शित किया जाएगा तथा गैर-प्रतिस्पर्धा वर्ग में 43 फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। जूरी और स्थानीय दर्शकों की सुविधा के लिए इन फिल्मों को अंग्रेजी में डब या सबटाइटल किया गया है।

प्रतिनिधियों का पंजीकरण sco.nfdcindia.com पर ऑनलाइन या प्रत्यक्ष रूप से उत्सव स्थल पर पूरे महोत्सव के लिए 300 रुपये + जीएसटी ​​या 100 रुपये प्रति दिन का शुल्क देकर किया जा सकता है। वैध पहचान पत्र पर छात्रों का पंजीकरण नि:शुल्क है।

एससीओ फिल्म महोत्सव के बारे में

शंघाई सहयोग संगठन फिल्म महोत्सव (एससीओ फिल्म महोत्सव) का आयोजन सूचना और प्रसारण मंत्रालय के एक सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम द्वारा 27 जनवरी से 31 जनवरी, 2023 के दौरान मुंबई में एससीओ काउंसिल ऑफ हेड्स ऑफ स्टेट्स के सहयोग से किया जा रहा है। एससीओ फिल्म महोत्सव भारत द्वारा एससीओ की अध्यक्षता को रेखांकित करने के उद्देश्य से आयोजित की जा रही है।

 

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