केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को लखनऊ में यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्य के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, नीति आयोग के सीईओ परमेश्वरन अय्यर और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में ‘ई-मोबिलिटी, वाहन और भविष्य की गतिशीलता’ विषय पर आयोजित सत्र को संबोधित किया।
गडकरी ने कहा कि भारत में कुल पंजीकृत इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) में से 25 प्रतिशत ईवी उत्तर प्रदेश में ही पंजीकृत होने को देखते हुए उत्तर प्रदेश में फ्लेक्स हाइब्रिड वाहन बाजार के लिए अपार संभावनाएं हैं। कानपुर, लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद और मेरठ जैसे शहर ई-वाहनों या इलेक्ट्रिक वाहनों एवं लिथियम बैटरियों के प्रमुख विनिर्माण केंद्र बनते जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि फिलहाल इस राज्य के अंदर 740 इलेक्ट्रिक बसें चलती हैं जिनकी संख्या जल्द ही बढ़कर 5000 हो जाएगी। मंत्री ने कहा कि सरकार इस राज्य में प्रत्येक 150 किमी दूरी पर स्क्रैपिंग सेंटर और वाहन फिटनेस सेंटर स्थापित कर रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश इथेनॉल का सबसे बड़ा उत्पादक है और इसके साथ ही प्राथमिकता के आधार पर दूसरी पीढ़ी का अपेक्षाकृत कम कार्बन वाला इथेनॉल विकसित किया जा रहा है।
किसानों को ‘अन्नदाता’ के साथ-साथ ‘ऊर्जादाता’ भी बताते हुए गडकरी ने कहा कि नया भारत हमेशा स्वदेश में ही निर्माण करने को काफी बढ़ावा देता है जो सुरक्षित, पुनर्चक्रण योग्य एवं टिकाऊ या सतत होता है, और इसके साथ ही गतिशीलता के क्षेत्र में हरित ऊर्जा और हरित अर्थव्यवस्था के लिए व्यापक गुंजाइश सुनिश्चित करता है।