भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत ऊर्जा स्रोतों में बदलाव पर कार्यसमूह (ईटीडब्ल्यूजी) की तीसरी बैठक 15 से 17 मई, 2023 तक मुंबई में आयोजित की जाएगी। तीन दिवसीय बैठक में जी20 सदस्य देशों, विशेष आमंत्रित देशों तथा अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आईईए), विश्व बैंक और विश्व ऊर्जा परिषद जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के 100 से अधिक प्रतिनिधि शामिल होंगे। बैठक में प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर चर्चा और विचार-विमर्श किया जाएगा।
बैठक की अध्यक्षता ईटीडब्ल्यूजी अध्यक्ष और भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के सचिव आलोक कुमार द्वारा की जाएगी। नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के सचिव भूपिंदर सिंह भल्ला; खान मंत्रालय के सचिव विवेक भारद्वाज और कोयला मंत्रालय के सचिव अमृत लाल मीणा भी बैठक और विचार-विमर्श में भाग लेंगे।
बैठक के उद्घाटन के दिन भारत सरकार के रेल, कोयला और खान राज्य मंत्री रावसाहेब दानवे विशेष संबोधन प्रस्तुत करेंगे।
भारत की अध्यक्षता के तहत उल्लिखित छह प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में शामिल हैं (i) प्रौद्योगिकी अंतर का समाधान करके ऊर्जा-स्रोतों में बदलाव (ii) ऊर्जा-स्रोतों में बदलाव के लिए कम लागत पर वित्तपोषण सुविधा (iii) ऊर्जा सुरक्षा और विविध आपूर्ति श्रृंखलाएं (iv) ऊर्जा दक्षता, उद्योगों से कम कार्बन उत्सर्जन के लिए बदलाव और जिम्मेदार खपत (v) भविष्य के लिए ईंधन (3 एफ) तथा (vi) स्वच्छ ऊर्जा तक सार्वभौमिक पहुंच और ऊर्जा स्रोतों में बदलाव के न्यायसंगत, किफायती और समावेशी उपाय।
समान, साझा और समावेशी विकास को बढ़ावा देने के लिए सामूहिक कार्यों की पहचान करने के सन्दर्भ में बेंगलुरु और गांधीनगर में आयोजित पहली दो ईटीडब्ल्यूजी बैठकों में हुई चर्चा और विचार-विमर्श को मुंबई में आगे बढ़ाया जाएगा।
इस बैठक के साथ-साथ आठ पूरक आयोजन भी होंगे – ‘कम लागत पर अंतरराष्ट्रीय वित्त को जुटाने के उद्देश्य से एमडीबी के साथ कार्यशाला,’ ‘ऊर्जा-स्रोतों में न्यायसंगत बदलाव के लिए रोडमैप’ विषय पर संगोष्ठी’, ‘जैव ईंधन पर संगोष्ठी’, ‘अपतटीय पवन पर संगोष्ठी’ ‘, ‘ऐसे क्षेत्र, जहां कार्बन उत्सर्जन को कम करना कठिन है, से जुड़ी वैश्विक नीतियों और सर्वोत्तम तौर-तरीकों को साझा करना’, ‘स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों में बदलाव के लिए एसएमआर पर संगोष्ठी’, ‘ऊर्जा स्रोतों में बदलाव के जी20 ईटीडब्ल्यूजी और बी20 भारत ऊर्जा परिप्रेक्ष्य के तौर-तरीकों के बीच तालमेल’ तथा ‘ऊर्जा दक्षता कार्यक्रम में तेजी लाना एवं ऊर्जा कुशल जीवन को बढ़ावा देना।’
भारत की अध्यक्षता के अंतर्गत, चार ईटीडब्ल्यूजी बैठकें, विभिन्न उप-कार्यक्रम और एक मंत्रिस्तरीय बैठक की योजना तैयार की गई है।
भारत की जी20 अध्यक्षता, पिछले अध्यक्षताओं के प्रयासों और परिणामों, जिनके तहत स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों में बदलाव के लिए वैश्विक सहयोग को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया गया है और इसे सतत आर्थिक विकास के एजेंडे के लिए केंद्रीय बना दिया गया है, को और आगे बढ़ायेगी।