भारतीय नौसेना, आईएनएस मंडोवी गोवा में स्थित भारतीय नौ-सेना वॉटरमैन शिप प्रशिक्षण केंद्र (आईएनडब्ल्यूटीसी) में 23 मई 2023 को एक फ्लैग-इन समारोह में दो महिला अधिकारियों सहित आईएनएसवी तारिणी के छह सदस्यीय चालक दल का स्वागत करने के लिए तैयार है। आईएनएसवी तारिणी सात माह के 17 हजार समुद्री मील लंबे अंतर-महाद्वीपीय और अंतर-महासागरीय जलयात्रा को सफलतापूर्वक पूरा कर घर लौट रही है।
फ्लैग इन समारोह में समूचे अभियान में पूरे चालक दल विशिष्ठत: लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए और लेफ्टिनेंट कमांडर डिलना के के धैर्य, साहस और अनुकरणीय वीरता का प्रदर्शन करेगा। अन्य प्रतिभागी में शामिल हैं, चालक दल के गोवा से रीओ-डि-जेनेरिओ में कैप्टन अतुल सिन्हा, लेफ्टिनेंट कमांडर आशुतोष शर्मा और लेफ्टिनेंट अविरल केशव और लौटने वाले लेग-क्रू में कमांडर निखिल हेगड़े,कमांडर एमए जुल्फिकार, कमांडर दिव्या पुरोहित और कमांडर एसी डोक हैं।
लेफ्टिनेंट कमांडर डिलना और लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ने गोवा से कैपटाउन होते हुए रीओ-डि-जेनेरियो और वहाँ से गोवा तक वापसी की यात्रा की, जिसमें 188 दिन का समय लगा।
इस अवसर पर सम्मानित अतिथि के रूप में केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी उपस्थित रहेंगी। गोवा के मुख्यमंत्री डॉ प्रमोद सावंत इस आयोजन में मुख्य अतिथि रहेंगे। नौ-सेना अध्यक्ष एडमिरल आर हरिकुमार और भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान रानी रामपाल भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगी।
भारतीय नौ-सेना ने समुद्र में नौकायन को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने के लिए दुनिया के चक्कर लगाने का मिशन शुरू किया है। कैप्टन दिलीप डोंडे 2010 में दुनिया की परिक्रमा करने वाले पहले भारतीय थे। इसके बाद कमांडर अभिलाष टॉमी संसार जलयात्रा के दो परिक्रमा में भाग लेने वाले पहले एशियाई कप्तान थे। हाल ही में गोल्डन ग्लोब रेस 2022 जीजीआर एक ईस्ट बाउंड बिना रुके संसार की जल यात्रा पूरा करने की दौड़, जिसकी शुरुआत और अंत ले-सएबेल डी’ अलोन फ्रांस में हुआ और जो अपने प्रतिभागियों को आधुनिक नौकायन उपकरण के उपयोग की अनुमति नहीं देता था, में कमांडर अभिलाष टॉमी ने पोडियम फिनिश के उपलब्धि को प्राप्त करते हुए इस कोर्स को द्वितीय स्थान प्राप्त करते हुए पूरा किया।
छह महिला नौ-सेना अधिकारियों द्वारा ‘नाविका सागर परिक्रमा’ ने नौ-सेना और देश में समुद्री नौकायन की लोकप्रियता को और बढ़ा दिया है।
तारिणी का यह वर्तमान नौकायन अभियान नौ-सेना की अगली बड़ी परियोजना जिसमें, एक अकेली महिला को दुनिया की परिक्रमा करने के लिए भेजने की योजना है, का हिस्सा है ।
इस अभियान में भाग लेने वाले अधिकारियों को ओशन सेलिंग नोड (ओएसएन) में कठोर चयन प्रक्रिया के बाद स्वेच्छा से चुना गया था। जिसे 24 अगस्त 2016 को समुद्री नौकायन गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्थापित किया गया था और यह मंडोवी में स्थित है।
यह अभियान नई दिल्ली स्थित इंडियन नेवल सेलिंग असोसिएशन (आईएनएसए) के तत्वावधान में आयोजित किया गया था।