प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 77वें स्वाधीनता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी लगातार 10 वीं बार लाल किले से देश को सम्बोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि
‘मेरे प्रिय 140 करोड़ परिवारजन, दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र और अब बहुत लोगों का अभिप्राय है ये जनसंख्या की दृष्टि से भी हम विश्व में नंबर एक पर हैं। मैं देश के कोटि-कोटि जनों को, देश और दुनिया में भारत को प्यार करने वाले, भारत का सम्मान करने वाले, भारत का गौरव करने वाले कोटि-कोटि जनों को आजादी के इस महान पवित्र पर्व की अनेक-अनेक शुभकामनाएं देता हूं।’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से संबोधित करते हुए भारत के विश्व की 10वीं से 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का श्रेय भारत के 140 करोड़ लोगों के प्रयासों को दिया। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि इस सरकार ने राजस्व रिसाव को रोका, मजबूत अर्थव्यवस्था का निर्माण किया और गरीबों के कल्याण के लिए अधिक से अधिक धन व्यय किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मैं आज लोगों से कहना चाहता हूं कि जब देश आर्थिक रूप से समृद्ध हो जाता है, तो केवल राजकोष ही नहीं भरता; इससे राष्ट्र और उसके लोगों की क्षमता भी बढ़ती है। यदि सरकार अपने नागरिकों के कल्याण के लिए एक-एक पैसा खर्च करने का संकल्प ले तो इसके परिणाम अपने आप सामने आएंगे। ‘
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में कहा कि सरकार की ‘जन औषधि केंद्रों’की संख्या 10,000 से बढ़ाकर 25,000करने की योजना है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आने वाले महीने में विश्वकर्मा जयन्ती पर विश्वकर्मा योजना लॉन्च की जाएगी। इस योजना का आरंभ लगभग13-15 हजार करोड़ रुपये के बजट से किया जाएगा।