मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के अन्तर्गत पशुपालन और डेयरी विभाग आगामी 21वीं पशुधन गणना के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को रणनीति बनाने तथा सशक्त बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कार्यशाला आयोजित करने के लिए तैयार है। कार्यशाला 25 जून, 2024 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में होगी, जहां केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह मुख्य अतिथि होंगे। मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री प्रो. एस. पी. सिंह बघेल और जॉर्ज कुरियन और पशुपालन और डेयरी विभाग की सचिव अलका उपाध्याय भी उपस्थित होंगी।
कार्यशाला का प्राथमिक उद्देश्य राज्य और केंद्र शासित प्रदेश के अधिकारियों को 21वीं पशुधन गणना का कुशलतापूर्वक संचालन करने के लिए एक मोबाइल ऐप और सॉफ्टवेयर सहित आवश्यक साधनों से लैस करना है। प्रतिभागियों को उच्च गुणवत्ता वाले डेटा का संग्रह सुनिश्चित करने के लिए डेटा मिलान रणनीतियों पर भी प्रशिक्षित किया जाएगा और विभिन्न पंजीकृत नस्लों से परिचित कराया जाएगा।पशुधन गणना 1919 में प्रारंभ होने के बाद से प्रत्येक पांच वर्ष में आयोजित की जाने वाली एक महत्वपूर्ण कार्य है, जो नीति निर्माण और पशुपालन क्षेत्र में अनेक कार्यक्रमों को लागू करने के लिए महत्वपूर्ण है। यह व्यापक घर-घर सर्वेक्षण देश भर में पालतू जानवरों और पक्षियों पर विस्तृत डेटा लेता है। सितंबर से दिसंबर 2024 तक होने वाली 21वीं पशुधन गणना में डेटा संग्रह और प्रसार के लिए मोबाइल प्रौद्योगिकी को शामिल किया जाएगा, जिससे देश के सभी गांवों और शहरी वार्डों में प्रक्रिया की सटीकता और दक्षता बढ़ेगी।उद्घाटन समारोह के बाद कार्यशाला प्रारंभ होगी। इसमें पशुधन गणना पद्धति पर विस्तृत सत्र, मोबाइल एप्लिकेशन और सॉफ्टवेयर डैशबोर्ड पर प्रशिक्षण तथा प्रतिभागियों के प्रश्नों और चिंताओं का समाधान करने के लिए एक ओपन हाउस चर्चा होगी।