रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने 10 जुलाई, 2024 को कोलकाता में गार्डन रीच शिपबिल्डर्स और इंजीनियर्स लिमिटेड (जीआरएसई) की “जीआरएसई त्वरित नवाचार प्रोत्साहन योजना (गेन्स-2024)” की शुरुआत की। यह एक अभिनव योजना है, जो शिपयार्ड से संबंधित समस्याओं का समाधान तलाशती है और देश में निर्मित व पोषित स्टार्ट-अप्स का उपयोग करके प्रौद्योगिकी विकास को बढ़ावा देती है। यह एमएसएमई और स्टार्ट-अप्स को आगे की तकनीकी उन्नति के लिए अभिनव समाधान विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करने में सक्षम बनाता है। यह पहल भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ और ‘स्टार्ट-अप इंडिया’ नीतियों के अनुरूप है।
इस अवसर पर रक्षा राज्य मंत्री ने राष्ट्र निर्माण में जीआरएसई के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा, “भारतीय रक्षा क्षेत्र के भविष्य को गेन्स जैसी नवाचार और तकनीकी प्रगति एक नया आयाम देगी। हम समुद्री सुरक्षा और वायु रक्षा में सक्रिय रहेंगे। अपनी तकनीकी प्रगति व समर्पण के साथ हम अपने सशस्त्र बलों की शक्ति बढ़ाएंगे और समुद्री सुरक्षा को मजबूत करेंगे।”
जीआरएसई के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक आई.एन. (सेवानिवृत्त) कमोडोर पी.आर. हरि ने कहा, “नई प्रौद्योगिकी को अपनाना शिपयार्ड का एक प्रमुख केंद्रित क्षेत्र है और मुझे विश्वास है कि गेन्स-2024 इस दिशा में एक प्रमुख योगदानकर्ता होगा। मैं राष्ट्र निर्माण की पहल को सफल बनाने के लिए प्रतिभाशाली भारतीय स्टार्ट-अप्स को शुभकामनाएं देता हूं।”’गेन्स’, एमएसएमई और स्टार्ट-अप्स को अभिनव समाधान विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करने और सक्षम बनाने को लेकर एक अनूठी राष्ट्रीय योजना है, जिसे जीआरएसई आगे की तकनीकी उन्नति के लिए लागू कर सकता है। इसका उद्देश्य पोत डिजाइन एवं निर्माण उद्योग में मौजूदा और उभरती चुनौतियों का समाधान करने के लिए एमएसएमई व स्टार्ट-अप्स के विशाल इकोसिस्टम का लाभ उठाने के साथ आत्मनिर्भरता के उद्देश्यों को प्राप्त करना है।इस अवसर पर जीआरएसई के निदेशकों सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।