ओडिशा के पुरी में भगवान श्री जगन्नाथ मंदिर के खजाने- रत्न भंडार के सभी दरवाजे रविवार को दोपहर खोल दिए गए। एक विशेष दल ने रत्न भंडार खोला। इसे आखिरी बार 1978 में खोला गया था। रत्न भंडार, राज्य सरकार द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रियाओं के बाद खोला गया था। रत्न भंडार खोलने की समूची कार्यवाही की वीडियो रिकॉर्डिंग की जा रही है। श्री जगन्नाथ मंदिर के आभूषणों वाले विशेष बक्सों को रखने के लिए भारी सुरक्षा के साथ एक अस्थायी स्ट्रॉन्ग रूम बनाया गया है। रत्न भंडार की विस्तृत सूची तैयार की जाएगी।
12वीं सदी के श्री जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार के आंतरिक कक्ष में हीरे, सोना और कीमती रत्नों सहित दुर्लभ आभूषणों का संग्रह है। सदियों से भक्तों और राजाओं द्वारा भगवान जगन्नाथ को दान किए गए इस खजाने को संरक्षित किया गया है।