केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा सोमवार को संसद में पेश की गई आर्थिक समीक्षा 2023-2024 में कहा गया है कि सेवा क्षेत्र भारत के विकास में निरंतर व्यापक योगदान दे रहा है, वित्त वर्ष 2024 में समग्र अर्थव्यवस्था में इसकी लगभग 55 प्रतिशत हिस्सेदारी रही। देश में व्यापक मांग, तेजी से शहरीकरण, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्मों के विस्तार की बदौलत लॉजिस्टिक्स की आवश्यकता काफी बढ़ गई और इसके साथ ही डिजिटल से जुड़ी सेवाएं ऐसे महत्वपूर्ण कारक हैं, जिन्होंने देश में सेवाओं की मांग निर्धारित की है। आर्थिक समीक्षा में यह भी कहा गया है कि सरकार ने अनुकूल माहौल बनाकर, निवेश को बढ़ावा देकर, कौशल बढ़ाकर और बाजार तक पहुंच को सुगम बनाकर भारत में सेवाओं के विकास और प्रतिस्पर्धी क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।