विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने एक अधिसूचना जारी कर छात्रों को एमफिल की डिग्री पाठ्यक्रम में प्रवेश न लेने की सलाह दी है, क्योंकि यह अब मान्यता प्राप्त डिग्री नहीं है। आयोग ने विश्वविद्यालयों को चेतावनी देते हुए कहा है कि वे एमफिल कार्यक्रम में प्रवेश न दे क्योकि 2023-24 शैक्षणिक वर्ष के लिए ये अमान्य है। 2022 में जारी नए नियमों की अधिसूचना की तारीख तक प्रदान की गई एमफिल डिग्री वैध रहेगी।
आयोग ने कहा है कि कुछ विश्वविद्यालय एमफिल (मास्टर ऑफ फिलॉसफी) कार्यक्रम के लिए नए आवेदन आमंत्रित कर रहे हैं। आयोग ने कहा है कि एमफिल डिग्री अब मान्यता प्राप्त डिग्री नहीं है। आयोग ने नोटिफिकेशन जारी कर यूजीसी रेगुलेशंस 2022 के रेगुलेशन नंबर 14 पर जोर दिया है, जो साफ तौर पर उच्च शिक्षण संस्थानों में एमफिल प्रोग्राम को चलाने से रोकता है। यूजीसी ने पहले एमफिल डिग्री को अवैध घोषित करते हुए उच्च शिक्षण संस्थानों को एमफिल कार्यक्रम पेश नहीं करने का निर्देश दिया था