शिक्षा मंत्रालय ने अखिल भारतीय शिक्षा समागम 2024 के साथ सोमवार को नई दिल्ली के मानेकशॉ सेंटर ऑडिटोरियम में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू होने की चौथी वर्षगांठ मनाई। इस कार्यक्रम में शिक्षा राज्य मंत्री और कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जयंत चौधरी और शिक्षा एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार मौजूद थे। उच्च शिक्षा विभाग के सचिव के. संजय मूर्ति; स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव संजय कुमार; शिक्षाविद, विश्वविद्यालयों के कुलपति, अधिकारी और छात्र भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
मंत्रियों ने शिक्षा मंत्रालय की एनईपी 2020 से जुड़ी अनेक महत्वपूर्ण पहलों का शुभारंभ किया, जैसे कि विभिन्न भारतीय भाषाओं को सीखने की सुविधा के लिए समर्पित टीवी चैनल, एक तमिल चैनल; पहले से किए गए 54 के अनुसरण में 25 भारतीय भाषाओं में शुरुआती कक्षाओं के लिए प्राइमर; स्कूलों में अध्ययन को एक मजेदार, तनाव मुक्त अनुभव में बदलने के लिए बैग के बिना 10 दिन के दिशानिर्देश; करियर मार्गदर्शन दिशानिर्देश, 500 इ से अधिक जॉब कार्डों का एक विशाल पुस्तकालय; ब्रेल और ऑडियो पुस्तकों में एनएमएम (राष्ट्रीय मार्गदर्शन मिशन) और शिक्षकों के लिए राष्ट्रीय व्यावसायिक मानक (एनपीएसटी); एआईसीटीई, नीति आयोग और एआईएम द्वारा स्कूल इनोवेशन मैराथन; और ग्रेजुएशन विशेषताओं और व्यावसायिक दक्षताओं पर एक पुस्तक। उन्होंने छात्रों और शिक्षकों के बीच भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस) को बढ़ावा देने के उद्देश्य से चार पुस्तकों और व्याख्यान नोट्स का भी अनावरण किया।