भारत रक्षा क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भर’ बन रहा है और पिछले कुछ वर्षों में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के कारण वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में उभर कर आ रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यह बातें 15 अगस्त, 2024 को 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिल्ली में प्रतिष्ठित लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र के नाम अपने संबोधन के दौरान कही।

प्रधानमंत्री ने बताया कि एक समय था जब रक्षा बजट का अधिकांश हिस्सा विदेशों से हथियार/उपकरण आयात करने में खर्च होता था, लेकिन उनकी सरकार ने देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वदेशी विनिर्माण पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने रक्षा मंत्रालय और सशस्त्र बलों द्वारा लिए गए कई निर्णयों की सराहना की, जिसमें कई सकारात्मक स्वदेशीकरण सूचियों की अधिसूचना भी शामिल है, जिसमें 5,600 से अधिक आइटम हैं जिन्हें निर्धारित समय-सीमा के बाद केवल भारतीय उद्योग से ही खरीदा जा रहा है/खरीदा जाएगा। उन्होंने इस पर संतोष व्यक्त किया कि भारत, जो कभी रक्षा उपकरणों के आयात पर पूरी तरह निर्भर था, आज कई देशों को निर्यात कर रहा है।

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