पर्यटन, संस्कृति और उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री जी किशन रेड्डी ने शुक्रवार को म्यांमार के सीमा मामलों के मंत्री के साथ एक वर्चुअल बैठक की। म्यांमार के भीतर हाल के घटनाक्रमों और भारत-म्यांमार सीमा क्षेत्र पर उनकी प्रतिक्रिया के संदर्भ में दोनों पक्षों ने सीमा पर शांति, स्थिरता और आर्थिक विकास सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर चर्चा की।
दोनों पक्षों ने म्यांमार में भारत सरकार की अनुदान सहायता कनेक्टिविटी परियोजनाओं पर भी चर्चा की, जिसका उद्देश्य देश में बुनियादी ढांचा विकास और म्यांमार के लोगों की आर्थिक भलाई करना है।
इस बात पर जोर दिया गया कि म्यांमार में शांति और सुरक्षा की शीघ्र बहाली और विकास परियोजनाओं के कार्यान्वयन से सीमा के दोनों ओर रहने वाले लोगों को लाभ होगा। भारत ने म्यावाडी क्षेत्र में फंसे भारतीय नागरिकों को शीघ्र स्वदेश भेजने के लिए म्यांमार के अधिकारियों से निरंतर सहयोग की भी मांग की।
जिन अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई, उनमें वर्तमान में भारत में शरण ले रहे म्यांमार के नागरिकों की वापसी के लिए अनुकूल परिस्थितियां तैयार करने, मादक पदार्थों की तस्करी और अन्य अंतरराष्ट्रीय अपराधों का मुकाबला करना, सीमावर्ती क्षेत्रों में लोगों के बीच आदान-प्रदान को मजबूत करना, मुक्त आवाजाही व्यवस्था और सीमा व्यापार को बढ़ाने के तरीके शामिल हैं।